मेरा दर्द सवरने लगा तेरे आगोश में पिघलने लगा
मेरी चाहते मुस्कराने लगी तेरी धडकनों में घुलने लगी
मेरा सफ़र खोने लगा तेरे दिल पे आ के ठहरने लगा
मेरी ख़ामोशी सोने लगी तेरी पलकों पे उतरने लगी
अशोक "नाम"
Tuesday, August 10, 2010
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