Wednesday, May 23, 2007

कुछ सवाल और जवाब

कुछ सवाल और जवाब:

सवाल: खुशियों की मंजिल क्या है?

जवाब: हर बार खुशियाँ, मंजिल पे पहुचकर, आंसूऒं में तब्दील हो जाती है।

सवाल: जिंदगी क्या है?

जवाब: यादों की परतें ।

सवाल: जिन्दगी का सार क्या है?

जवाब: गलतियों का दोहराव ही इन्सान की जिन्दगी का सार है ।

सवाल: दर्द का अहसास क्या है?

जवाब: ख़ुशी के पलों में जो चोट लगती है, उसकी टीस जिन्दगी भर सताती है क्योकि जब भी जिन्दगी में ख़ुशी आती है, जाने-अनजाने वो दर्द भी अपना अहसास छोड जाता है ।

सवाल: वर्तमान क्या है?

जवाब: पल-पल करके वर्तमान अतीत बनता जा रहा है, इसलिये वर्तमान का भविष्य, अतीत ही होता है । इन्सान का एक कदम अतीत, तो दूसरा कदम भविष्य की ओर होता है और उन दोनो क़दमों के बीच का खालीपन ही वर्तमान है ।

सवाल: सृजन क्या है ?

जवाब: मन, मस्तिष्क और दिल जब एक ही दिशा में (किसी विषय अथवा कार्य से सम्बंधित) अपना रुख करते है, तब जो भी परिणाम निकलता है, वही सृजन है ।

सवाल: मन का कार्य क्या है?

जवाब: भावनाओं और विचारों के बीच टकराव की स्थिति निर्मित करना ।

सवाल: यादें ...?

जवाब: किसी को भुलाने के लिए उसे याद करना पड़ता है । इन्सान यादों का गुलाम होता है ।

सवाल: अनकही कहानी क्या है?

जवाब: हर इन्सान अपने आप में एक अनकही कहानी है, पढ़ते जाओ मगर पन्ने कभी खत्म नही होते ।

सवाल: चाहत की इन्तेहा ...?

जवाब: किसी को इतना भी न चाहो कि धड़कने पलकों पे उतरने लगे ।

सवाल: खुद स्वयं से मिलने में डर क्यो लगता है?

जवाब: सच से दूरी बनाए रखना इन्सान कि आदत है, क्योकि सच का सामना करना मुमकिन नही होता ।

सवाल: इन्सान दूसरों से क्यो मिलता है? या दूसरों से क्यो मिलना चाहता है?

जवाब: अपने आप से दूर भागने के लिए ।


अशोक "नाम"

1 comment:

Mohinder56 said...

अशोक जी,

आपके सवाल जवाव पढे .. अच्छे लगे

लेकिन

खुद से न सवाल कर, खुद से न जबाब मांग
प्यास बुझ न पायेगी, जितना भी हिसाब मांग

लिखते रहिये