हमसफ़र
धडकनों में चाँद सितारों का बसर है
पलकों पे आपकी यादों का असर है
जिसकी तलाश है दर्द को वो खुशियों से बेखबर है
तनहा है सफर लेकिन मंजिल "नाम" की हमसफ़र है
अशोक "नाम"
Thursday, July 8, 2010
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एक अनजान सफर का बे-नाम मुसाफ़िर॰॰॰
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