Wednesday, October 13, 2010

तुम्हारी कमी

दर्द का तूफ़ान
और
यादों की बारिश

एक पल का अहसास
और
कई लम्हों की नजदीकियां

खुशियों का मिलना
और
अश्कों का पलकों पे उतरना

मंजिल की उम्मीद
और
सदियों का सफ़र

लहरों की खनक
और
किनारों की ख़ामोशी

अपनों की भीड़
और
अजनबी की तरह भटकना

हमसफ़र का बिछड़ना
और
हर मोड़ पे इंतजार

प्यार का मिलना
और
धडकनों की तन्हाई

हवाओं का चलना
और
पत्तों का गिरना

कुछ मिलना की चाहत
और
सब खो जाने का डर

वादों का टूटना
और
इरादों का संभलना

ख्वाबो का बिखरना
और
ज़िन्दगी को समेटना

तन का टूटना
और
मन की उड़ान

दर्द का पिघलना
और
पलकों का संवरना

उम्मीद का आलम
और
आप का दामन

सितारों की चमक
और
चांदनी का अँधेरा

सांसो का सफ़र
और
जिंदा रहने की सजा

सब कुछ तो है
मगर
तुम नहीं हो

"नाम" की ज़िन्दगी
और
तुम्हारी कमी

अशोक "नाम"